Share Market बजट 2025 के पेश होने के बाद भारतीय शेयर बाजार में तेज गिरावट देखने को मिली। शुक्रवार (2 फरवरी) को बजट के बाद सेंसेक्स 500 अंक तक गिर गया और निफ्टी भी आधा प्रतिशत लुढ़क गया। बजट में इनकम टैक्स में छूट दिए जाने के बावजूद बाजार में मंदी छा गई। बजट 2025 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने नई टैक्स रिजीम के तहत 12 लाख रुपये तक की आय पर टैक्स छूट का ऐलान किया। इससे घरेलू बचत और निवेश को बढ़ावा मिलने की उम्मीद थी, लेकिन शेयर बाजार में उम्मीद के उलट प्रतिक्रिया देखने को मिली।
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Share Market में गिरावट की वजहें
1. मुनाफावसूली का असर
बजट के बाद निवेशकों ने अपने मुनाफे की बुकिंग शुरू कर दी, जिससे बाजार पर दबाव बढ़ गया। कई सेक्टर्स में पिछले कुछ दिनों में तेजी देखने को मिली थी, इसलिए निवेशकों ने सुरक्षित रुख अपनाते हुए बिकवाली शुरू कर दी।
2. कैपिटल एक्सपेंडिचर पर बाजार को निराशा
हालांकि, बजट में टैक्स छूट दी गई, लेकिन कैपिटल एक्सपेंडिचर (पूंजीगत व्यय) पर निवेशकों को ज्यादा उम्मीदें थीं, जो पूरी नहीं हुई। इससे इंफ्रास्ट्रक्चर और पावर सेक्टर के शेयरों में गिरावट आई।
3. ग्लोबल संकेत भी कमजोर
अमेरिका और एशियाई बाजारों में गिरावट के चलते भारतीय शेयर बाजार पर भी असर पड़ा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कनाडा, मैक्सिको और चीन पर नए टैरिफ लगाने के फैसले से निवेशकों की चिंता बढ़ गई।
4. विदेशी निवेशकों की बिकवाली (FIIs Selling)
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने बाजार में भारी बिकवाली की, जिससे सेंसेक्स और निफ्टी दबाव में आ गए। FIIs की निकासी बाजार के लिए नकारात्मक संकेत देती है।
Share Market सेक्टर्स पर असर
- FMCG सेक्टर में तेजी: टैक्स छूट से लोगों की डिस्पोजेबल इनकम बढ़ेगी, जिससे FMCG सेक्टर को फायदा हुआ।
- पावर और डिफेंस सेक्टर में गिरावट: सरकार के पूंजीगत व्यय में अपेक्षाकृत कमी के कारण इस सेक्टर के शेयर प्रभावित हुए।
- इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में गिरावट: L&T और अन्य कंपनियों के शेयर दबाव में रहे।
- बैंकिंग और फाइनेंस सेक्टर में हल्की गिरावट: RBI की आगामी मौद्रिक नीति बैठक को लेकर निवेशक सतर्क दिखे।
बजट के बाद बाजार का हाल (3 फरवरी अपडेट)
- Share Market सेंसेक्स: 703 अंक गिरकर 77,000 के नीचे पहुंचा।
- निफ्टी: 228 अंक गिरकर 23,253 पर आ गया।
- हिन्डाल्को: 4% गिरावट के साथ टॉप लूजर रहा।
- बीईएल और एलएंडटी: 3% से ज्यादा गिरावट देखी गई।
- श्रीराम फाइनेंस और टाटा स्टील: 2% से ज्यादा गिरावट दर्ज हुई।
Share Market आगे क्या?
- RBI की मौद्रिक नीति: आगामी बैठक में ब्याज दरों को लेकर कोई बड़ा फैसला बाजार की दिशा तय कर सकता है।
- वैश्विक बाजारों की स्थिति: अमेरिका और एशियाई बाजारों में सुधार से भारतीय शेयर बाजार को सहारा मिल सकता है।
- FII गतिविधियां: विदेशी निवेशकों की गतिविधियां बाजार को प्रभावित करेंगी।
निवेशकों के लिए क्या करें?
- घबराएं नहीं, लॉन्ग-टर्म निवेश पर फोकस करें।
- गिरावट में अच्छे स्टॉक्स की खरीदारी करें।
- मौजूदा पोर्टफोलियो में संतुलन बनाए रखें।
- RBI की मौद्रिक नीति और ग्लोबल संकेतों पर नजर रखें।
निष्कर्ष
Share Market के बाद शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। हालांकि टैक्स छूट से निवेशकों को फायदा होने की उम्मीद थी, लेकिन ग्लोबल कारकों, FIIs की बिकवाली और कैपिटल एक्सपेंडिचर पर बाजार की निराशा ने गिरावट ला दी। निवेशकों को सतर्क रहते हुए सही अवसर पर निवेश करने की जरूरत है।
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